किते में 4 दिसंबर को होने वाले परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण की तैयारी तेम कर दी गई है। जिले के 2502 स्कूलों में परीक्षा होगी। जिसमें 71 हनार 766 बच्चे शामिल होंगे। परीषा परीषा सुबह 11 से 2 बजे तक होगी। परीक्षा में महा तीसरी से 27 हजार 986, कक्षा 6 श्री से 26375 और कक्षा प्रथीं से 17405 परीक्षार्थी सामिल होंगे। बीएमसी अनुरमा राजवाड़े ने बताया जिले के मिशन समन्वयकों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। सर्वेक्षण लिए स्कूलों की सूची मिलने के बाद संकुल समन्वयकों की ड्यूटी लगने की प्रक्रिया सोमवार तक पूरी कर ली जाएगी। संकुल समन्यक्कों को उनकी ड्यूटी के। तहत फोल्ड इन्वेस्टीगेटर के संपर्क नंबर दिलवाए जाएंगे, ताकि वे शालाओं में पहुंचकर चरूनी मदद कर सके। सर्वेक्षण के दिन 4 दिसंबर को की तैी तैयारी के स्कूलों का संचालन सुनिश्चित करने के लिए सभी शओं को नारक दिशा-निर्देश दिए बहही। इस दिन स्कूलों को खुला रखने, शिक्षकों और बच्चों को उपस्थिति सुनिश्चित करने के साथ सर्वेक्षण से संबंधित कशाओं में अन्य गतिविधियां रोकने के निर्देश दिए गए हैं। सर्वेक्षण से पहले, ओएमआर अभ्यास के जरिए बच्चों को सही लोंके से उत्तर देने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इसके अलावा मॉक टेस्ट के परिणामों का विश्लेषण कर आवश्यक सुधार की रणनीति बनाई जा यही है। सर्वेक्षण के दौरान यदि कोई माध्यम बदलानोता है या पेपर में किसी प्रकार की गड़बड़ी होती है तो सीबीएस के पर्यवेक्षकों के साथ मिलकर फोला इन्वेस्टीगेटर सही मार्गदर्शन दिया जाएगा। दूरस्थ अंचल की शालाओं में फोल्ड इन्वेस्टीगेटर को एक दिन पहले भेजा जाएगा। यहां के आवास की संबंधित संकुल समन्वयक करेंगे। इसके साथ ही विशिष्ट आवश्यकता वाले बच्चों के लिए पूर्व छात्रों की सहायता ली जाएसी, जिससे वे सही तरीके से उत्तर र लिख सकें। सर्वेक्षण के सकल संचालन के लिए टीमों का गठन कर नियमित समीक्षा की जाएगी।
दक्षता जांचने में हुई परीक्षा में नजर आई यी शिक्षा विभाग की लापरवाही
पाखमूलक से से चाले बच्चों की जांचने परीक्षा हुई भी। इसमें शिक्षा विभाग के अपनारों की लालाही खमने आई थी। जिले के 2508 निजी व सरकारी स्कूलों में होने वाली परीक्षा की जानकारी अफसरों ने एक दिन पहले व्हाट्सएप के जरिए दी थी। इसके कारण ग्रामीण इलाकों के ज्यादातर स्कूलों में पेपर प्रिंट नहीं हो पाया था और सुबह 11 बने होने वाली परीक्षा दोपहर 2 बजे के बाद हुई थी। यही न नहीं बच्चों को ओएमआर शीट नहीं मिलने वजन उन्होंने रक कॉरी में अपने उत्तर लिखकर जमा किया था।